भगवती (भावना स्वरांजलि), भक्तिमय गायिका हैं जिन्होंने राम भजनों को गाया है जिनमें से एक है "अवध को छोड़ कर जब राम वन को चलने लगे". उनका गायन एक अत्यंत आध्यात्मिक और मनोहारी अनुभव प्रदान करता है।
भगवती (भावना स्वरांजलि) की आवाज़ में एक मधुरता और आंतरिक शांति की विशेषता होती है। उन्होंने अपने संगीत के माध्यम से राम भक्ति को अद्वितीय ढंग से प्रकट किया है और श्री राम के प्रति उनकी अटूट श्रद्धा को दिखाया है।
"अवध को छोड़ कर जब राम वन को चलने लगे" जैसे उनके राम भजन गीत लोगों के मनोहारी भावों को प्रभावित करते हैं। उनके गानों में राम भगवान के वनवास की कठिनाइयों, उनकी लीलाओं और महिमा का वर्णन किया गया है, जो श्रोताओं को उनके मन में सामर्थ्य और आत्मविश्वास का अनुभव कराता है। उनकी गायिकी में एक अन्तर्मुखी प्रेम और उम्मीद की भावना होती है जो भगवान के आगे समर्पित होती है।
उनकी आवाज़ और उनके भजन श्रोताओं को अद्वितीय आनंद और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करते हैं और उन्हें भगवान के प्रति उनकी प्रेम और समर्पण भावना को बढ़ावा देते हैं।