।। ॐ राम रामाया नमः ।।
संकट कटे मिटे सब पीरा,
जो सुमिरे हनुमत बलबीरा
राम राम जी
चौपाई:- नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।। अर्थ : वीर हनुमानजी! आपका निरंतर जप करने से सब रोग नष्ट हो जाते हैं और सब कष्ट दूर हो जाते हैं।
सारी शंका मिट गई,
लिया जो तेरा नाम,
अधभुत कृपा है आपकी
है पवन पुत्र हनुमान ।
आपका दिन मंगलमय हो
श्री राम का नाम जो जपते हैं,
पल पल वो यहाँ हँसते हैं,
इस धरती के कण कण में मेरे श्री श्री राम जी बसते हैं।
*|| जय श्री राम ||*
आता हूँ श्री राम तेरे दर पे, अपना शिर्ष झुकाने को;
1000 जन्म भी कम है प्रभु , अहेसान तेरा चुकाने को।
जय श्री राम
नही पता कौन हूँ मैं और कहा मुझे जाना हैं,
श्री राम ही मेरी मँजिल हैं और श्री राम का दर ही मेरा ठिकाना हैं
जय श्री राम
जिंदगी नहीं तुमसे जान है मेरी
श्री राम का भक्त यहीं पहचान है मेरी
जय श्री राम
गरज उठे गगन सारा समुन्दर छोड़ें अपना किनारा,
हिल जाए जहान सारा जब गूंजे श्री राम का नारा.
जय श्री राम
तन की जाने, मन की जाने,
जाने चित की चोरी, उस श्री राम से क्या छिपावे
जिसके हाथ है सब की डोरी।
जिसके मन का भाव सच्चा होता हैं
उसका हर काम अच्छा होता हैं
श्री राम की कृपा से