राम जिनका नाम है, अयोध्या जिनका धाम है,
ऐसे रघुनंदन को, हमारा प्रणाम है.
श्री राम जय राम जय जय राम,
हरे राम हरे राम हरे राम,
हनुमान जी की तरह जपते जाओ ,
अपनी सारी बाधाएं दूर करते जाओ
गरज उठे गगन सारा,
समुद्र छोड़ें अपना किनारा,
हिल जाए जहान सारा,
जब गूंजे जय श्रीराम का नारा,
श्रीरामचंद्र की जय।
ना पैसा लगता हैं, ना ख़र्चा लगता हैं
जय श्री राम बोलिये बड़ा अच्छा लगता है।
गंगा बड़ी गोदावरी
तीरथ बड़ा प्रयाग
सबसे बड़ी नगरी अयोध्या
जंहा जन्मे श्री राम।
जिनके मन में श्री राम है,
भाग्य में उसके वैकुण्ठ धाम है,
उनके चरणों में जिसने जीवन वार दिया,
संसार में उसका कल्याण है।
जय श्री राम।
देख तज के पाप रावण,
राम तेरे मन में हैं, राम मेरे मन में है,
मन से रावण जो निकाले,
राम उसके मन में है।
जय श्री राम।
श्री रघुवीर भक्त हितकारी,
सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी,
निशि दिन ध्यान धरै जो कोई,
ता सम भक्त और नाहिं होई।
।। जय श्री राम ।।
हे मेरे प्रभु श्रीराम
ना लोगों से भरी बस्ती चाहिए
ना ऊँची हस्ती चाहिए
मुझे तो हे प्रभु आपके
दिवानेपन की मस्ती चाहिए।
आओ मिलकर करें साधना,
दिव्य शक्ति के तंत्र की
गूँजे फिर जयकार धरा पर,
सत्य सनातन धर्म की
जय श्री राम।