आता हूँ श्री राम तेरे दर पे, अपना शिर्ष झुकाने को;
1000 जन्म भी कम है प्रभु , अहेसान तेरा चुकाने को।
जय श्री राम
नही पता कौन हूँ मैं और कहा मुझे जाना हैं,
श्री राम ही मेरी मँजिल हैं और श्री राम का दर ही मेरा ठिकाना हैं
जय श्री राम
जिंदगी नहीं तुमसे जान है मेरी
श्री राम का भक्त यहीं पहचान है मेरी
जय श्री राम
गरज उठे गगन सारा समुन्दर छोड़ें अपना किनारा,
हिल जाए जहान सारा जब गूंजे श्री राम का नारा.
जय श्री राम
तन की जाने, मन की जाने,
जाने चित की चोरी, उस श्री राम से क्या छिपावे
जिसके हाथ है सब की डोरी।
जिसके मन का भाव सच्चा होता हैं
उसका हर काम अच्छा होता हैं
श्री राम की कृपा से
मेरी हर उलझन का हल है श्री राम
मेरे साथ हर पल है श्री राम।
दिल तोड़ने वालो का आभारी हु
लेकिन जरा संभाल कर चलना मेरे दोस्त
क्योकि में राम जी का पुजारी हु
हम एक बार नही, बार-बार जय श्री राम कहेंगे
जब तक है जहा जब तक है जिंदगी तबतक जय श्री राम कहेंगे
कर्ता करे न कर सके
मेरे श्री राम करे सो होय
तीन लोग नौ खंड में
श्री राम से बड़ा न कोय